
संजय और माहिरा के बीच में ये सब कुछ चल रहा था, लेकिन माहिरा उसके साथ सेक्स करते हुए भी लगातार एकाग्र के बारे में सोच रही थी। दूसरी तरफ एकाग्र भी इस वक्त अवीरा का हाथ पकड़े बैठा हुआ था। अवीरा जितना अपना हाथ खींचने की कोशिश कर रही थी, तो एकाग्र उसे अपनी तरफ खींचकर बोला –
“अभी तो मैंने कुछ करना भी स्टार्ट नहीं किया है, अभी हम सिर्फ घर आए हैं ना, ये सब क्या नाटक लगा रखा है तुमने?”




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