
अवि वहां से सनक के साथ निकल चुकी थी, लेकिन समझ में नहीं आ रहा था उसे कि वो कैसे क्या करेगी। उसने आरिक्य से मिलने की कोशिश की थी, लेकिन सनक ने उसकी ये कोशिश भी बेकार कर दी थी। फिर भी आगे वो कोशिश करनी थी, लेकिन सनक को देखकर उसका दिमाग खराब हो गया था।
येां पर सनक ने उसे घसीटकर कार तक लाया था। अवि को उसने ऐसे समझ लिया था जैसे कि वो उसकी खरीदी हुई चीज हो। उसने गुस्से में अवि को कार में डाल दिया और खुद भी बैठ गया। यहां पर अब कोई भी मीडिया, न्यूज़ रिपोर्टर उसके पीछे नहीं भागा था, क्योंकि एक बार जो उसने वार्निंग दी थी, उसका मतलब मौत को बुलावा देना था। सनक राजपूत से कोई भी पंगा नहीं लेना चाहता था।





Write a comment ...