
Chapter 23
अवि ने खिड़की के ग्रिल्स खोलने के बाद नीचे देखने लगी, जहां सिक्योरिटी बहुत ज्यादा टाइट थी। वो परेशान होते हुए बोली, “मैं क्या करूं… मुझे तो अपने सोने से मिलना है ना? मैं अपने सोने से मिलना चाहती हूं, बस वही तो है मेरी लाइफ में।”


Chapter 23
अवि ने खिड़की के ग्रिल्स खोलने के बाद नीचे देखने लगी, जहां सिक्योरिटी बहुत ज्यादा टाइट थी। वो परेशान होते हुए बोली, “मैं क्या करूं… मुझे तो अपने सोने से मिलना है ना? मैं अपने सोने से मिलना चाहती हूं, बस वही तो है मेरी लाइफ में।”

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