
Chapter 37
शेरा हैरान होकर सनक की तरह देख रहा था। सनक बस इधर-उधर देख रहा था। वो नज़रे चुराने की कोशिश कर रहा था क्योंकि उसे भी एहसास था कि उसने रात में क्या किया था। हमेशा की तरह एटीट्यूड में रहने वाला था, अपनी गलती को एक्सेप्ट नहीं करने वालों की उसकी आदत हो चुकी थी। वो हमेशा खुद को ही ऊपर रखता था। लेकिन शेरा गुस्से में उसकी तरफ देखते हुए बोला,





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