
सनक की अनोखी बातें सुनकर तो अवि अब कुछ नहीं कह रही थी, लेकिन हां दिल धक-धक कर रहा था क्योंकि आज इतना बड़ा कदम जो उठाने वाली थी। इस बीच में उसने अपना फोन चोरी से रखा हुआ था, जिससे कि वो बात कर सके आरिफ से। वो जानती थी कि बहुत ज्यादा रिस्की था ये सब कुछ, लेकिन जानती थी कि बस कुछ ही वक्त की बात थी और उतने में उसने भी ध्यान भटका लिया था अच्छे से सनक का। और जानती थी कि कोई और चीज सनक का दिमाग भटका भी नहीं सकती थी अवि के अलावा।
अवि उठकर वॉशरूम चली गई तो सनक उसकी जगह बिस्तर पर बैठते हुए बोला —





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